Monday, June 8, 2020

12. vachan (वचन)

नमस्कार साथियों,
          आज हम शब्दों में विकार करने वाले एक प्रमुख घटक 'वचन' अध्याय के बारे में पढ़ेंगे। मित्रों अगर पोस्ट अच्छी लगे तो Comment जरूर करें और नियमित Updates पाने के लिए ब्लॉग को Follow ज़रूर कर लें।
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अध्याय - 12

वचन 

परिभाषा :- किसी शब्द के संख्यात्मक दृष्टि से एक या एकाधिक का बोध कराने वाले रूप को वचन कहते हैं।
भेद :- वचन के दो भेद होते हैं - (अ) एकवचन तथा (ब) बहुवचन। 
(अ) एकवचन :- संख्यात्मक दृष्टि से एक का बोध कराने वाले शब्द के रूप को एकवचन कहते हैं।
एकवचन के कुछ सामान्य नियम 
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा सदैव एकवचन ही होती है -
  • राजस्थान भारत का एक विशाल राज्य है। 
  • नमन कल मुझसे मिलने आया था। 
  • ऋग्वेद से प्राचीन कोई ग्रन्थ नहीं है। 
2. पदार्थवाचक संज्ञा सदैव एकवचन होती है -
  • सोना एक बहुमूल्य  धातु है। 
  • कार्बन-डाई-ऑक्साइड जीवन के लिए घातक गैस है। 
  • राजस्थान में सर्वाधिक पाया जाने वाला अधात्विक खनिज अभ्रक है। 
3. भाववाचक संज्ञा भी सामान्यतः एकवचन में ही होती है -
  • आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी है। 
  • हमें अपनी गलतियों पर प्रायश्चित करना चाहिए। 
  • ईर्ष्या इंसान को मानसिक रूप से पंगु बना देती है। 
4. समुदायवाचक संज्ञा भी एकवचन में ही होती है -
  • गुस्साई भीड़ ने बहुत उत्पात मचाया। 
  • सेना सरहद की और जाने लगी। 
  • आवारा पशुओं एक एक झुण्ड खेतों में घुस गया। 
5. कुछ संज्ञाओं का बहुवचन रूपांतरण नहीं होता -
दूध, पानी, घी, तेल, मक्खन, चाय, शरबत, अग्नि, सत्य, आकाश, धरती, वायु इत्यादि संज्ञाओं का बहुवचन रूपांतरण नहीं होता है।
  • कोई कितना ही प्रयत्न क्यों न कर ले अंततः सत्य की ही जीत होती है। 
  • अग्नि सबको भस्म कर सकती है। 
  • गाय का घी बहुत पौष्टिक होता है। 
(ब) बहुवचन :- संख्यात्मक दृष्टि से एकाधिक का बोध कराने वाले शब्द के रूप को बहुवचन कहते हैं।
बहुवचन के कुछ सामान्य नियम 
1. सम्मान प्रगट करने में एकवचन संज्ञा को भी बहुवचन माना जाता है।
  • पिताजी बाजार जा रहे हैं। 
  • विद्यालय के प्रधानाचार्य अपना स्थान ग्रहण कर रहे हैं।  
2. किसी संज्ञा के साथ गण, वृन्द, जन इत्यादि शब्द जुड़ने पर वो बहुवचन बन जाती है।
  • सभी विद्वज्जन पधार चुके हैं। 
  • शाम के समय खगवृन्द पेड़ों पर कलरव कर रहे हैं। 
3. व्यक्तिवाचक संज्ञा के द्वारा कोई लाक्षणिक अर्थ प्रगट होने पर वह बहुवचन बन जाती है।
  • हमें जयचंदों से दूर रहना चाहिए। 
  • इस मंदिर का जीर्णोद्धार भामाशाहों के सहयोग से हुआ। 
4. कुछ संज्ञाएँ सदैव बहुवचन में ही प्रयुक्त होती है।
आँसू, हस्ताक्षर, भाग्य, प्राण, होश, दर्शन, रोम/बाल, सैनिक, लोग इत्यादि संज्ञाएँ सदैव बहुवचन ही होती है।
  • उसे दुःखी देख मेरे आँसू आ गए। 
  • पुलिस को आया देख डाकुओं के होश उड़ गए। 
  • मैंने अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं। 
  • बहुत लम्बे समय बाद आज आपके दर्शन हुए। 
5. कुछ संज्ञाओं के साथ सब/सभी शब्द जुड़ने से शब्द बहुवचन बन जाता है।
एकवचन - बहुवचन 
फल   -    सभी फल
वानर   -   सभी वानर
सेब   -   सभी सेब
गुरु   -   सभी गुरु
6. कुछ संज्ञाओं का एक वचन से बहुवचन रूपांतरण -
एकवचन            बहुवचन 
गिलास               गिलासें
कन्या                 कन्याएँ
कमरा                 कमरे
पुड़िया                पुड़ियाँ
नदी                    नदियाँ
धातु                   धातुएँ
बुरा                    बुरे
गाय                   गायें
महिला               महिलाएँ
रीति                   रीतियाँ
भेड़                     भेड़ें
गली                   गालियाँ
लड़की                 लड़कियाँ
चिड़िया               चिड़ियाँ
वस्तु                   वस्तुएँ
चूहा                    चूहे
लड़का                 लड़के
अच्छा                 अच्छे
देवी                     देवियाँ
बहु                      बहुएँ
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