Thursday, May 28, 2020

Pratyay (Taddhit Pratyay)

नमस्कार मित्रों 
कल हमने 'प्रत्यय' अध्याय के 'कृदंत प्रत्यय' परचर्चा की थी, आज उसके आगे के भाग 'तद्धित प्रत्यय' पर चर्चा करेंगे। साथियों मेरा ये प्रयास आपको कैसा लगा Comment करके अवश्य बताएँ और प्रतिदिन के Updates तुरंत प्राप्त करने हेतु Blog को Follow अवश्य कर लें। 
(ब) तद्धित प्रत्यय
        जो शब्दांश किसी धातु/क्रियापद के अतिरिक्त किसी अन्य पद (जैसे संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय इत्यादि) जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता या विस्तार उत्पन्न करते हैं, उन्हें तद्धित प्रत्यय कहते हैं।
(क) कर्तृ वाचक तद्धित प्रत्यय :- 
1. आर :- चमार, लोहार, सुथार, गंवार, 
2. आड़ी :- अगाड़ी, पिछड़ी 
3. इया :- ढोलकिया, आढ़तिया, मुखिया, दुखिया, निमोछिया, दिवालिया
4. ई :- तेली, तम्बोली, अनुरागी, वैरागी, गृहस्थी, त्यागी,
5. उवा :- मछुवा, बचवा, पछुवा 
6. एरा :- घनेरा, घसेरा, ठठेरा,
7. कर :- दिनकर, रजनीकर, निशाकर, प्रभाकर, सुधाकर, 
8. कार/कारी :- आक्रमणकारी, कलाकारी, साहित्यकार, चित्रकार, कुम्भकार, पत्रकार, आविष्कारी, आक्रमणकारी,
9. चर :- निशाचर, जलचर, नभचर, गोचर, 
10. जीवी :- चिरजीवी, दीर्घजीवी, मसिजीवी, बुद्धिजीवी, सुरजीवी 
11. द/दायी :- जलद, सुखद, दुखद, धनद, ज्ञानद, मानद, पीड़ादायी, सुखदायी, कष्टदायी, उत्तरदायी 
12. धर :- जलधर, विद्याधर, विषधर, गिरिधर, धनुर्धर, गदाधर धरणीधर, 
13. धि :- जलधि, नीरधि, परिधि, 
14. मार :- चिड़ीमार, छापामार, झपट्टामार, बटमार, मक्खीमार 
15. विद् :- इतिहासविद्, कलाविद्, विज्ञानविद्, शस्त्रविद्, 
16. वेत्ता :- विधिवेत्ता, संगीतवेत्ता, प्राच्यवेत्ता, सांख्यवेत्ता, न्यायवेत्ता,
17. वान :- गाड़ीवान, दाढ़ीवान, ज्ञानवान, कोचवान, दयावान 
18. वाहा :- हलवाहा, चरवाहा, फिरवाहा, फिरवाहा, 
19. हर/हर्ता :- कष्टहर, विघ्नहर, पीड़ाहर, बाधाहर्ता, दुखहर्ता 
20. हारा :- लक्कड़हारा, पनहारा 

(ख) सम्बन्ध वाचक तद्धित प्रत्यय :- 
1. आल :- ससुराल, ननिहाल, ददिहाल 
2. एरा :- चचेरा, फुफेरा, ममेरा, मौसेरा, 
3. हर :- पीहर, नैहर,

(ग) क्रिया विशेषण वाचक तद्धित प्रत्यय :- 
1. तः :- अंततः, सामान्यतः, स्वभावतः, समयतः, मूलतः,
2. तया :- सामान्यतया, अन्ततया, विशेषतया, मुख्यतया,
3. त्र :- एकत्र, अन्यत्र, सर्वत्र, 
4. शः :- अक्षरशः, क्रमशः, बहुशः, प्रायशः, 

(घ) विशेषण वाचक तद्धित प्रत्यय :- 
1. आ :- भूखा, प्यासा, ठंडा,
2. आना :- राजपुताना, जनाना, मर्दाना, घराना, पैताना,
3. इक :- रासायनिक, व्यावहारिक, ऐतिहासिक, नैतिक, वैश्विक, भौमिक, लौकिक, भौगोलिक, मौखिक,
4. इष्ट :- स्वादिष्ट, गरिष्ट,
5. इष्ठ :- बलिष्ठ, वरिष्ठ, विशिष्ठ 
6. इत :- खंडित, मंडित, द्रवित, कंटकित, मंडित, कलंकित,
7. इन :- कठिन, मलिन, 
8. ईय :- भारतीय, नारकीय, स्वर्गीय, मानवीय, दानवीय, कारकीय, क्षारीय, जलीय, भवदीय, वायवीय, 
9. ईन :- रंगीन, शौकीन, शालीन, प्राचीन, ग्रामीण, नवीन,
10. ईला :- रंगीला, सजीला, भड़कीला, नखरीला, चटकीला, गर्वीला, बर्फीला,
11. उक :- कामुक, उत्सुक, भिक्षुक, इच्छुक,
12. ऐला :- विषैला, कसैला, 
13. कीय :- नाभिकीय, राजकीय, स्वकीय, परकीय,
14. तन :- पुरातन, नूतन, अद्यतन, अधुनातन,
15. हरा :- इकहरा, दोहरा, तिहरा, 
16. ल :- शीतल, मंगल, मंजुल,
17. ला :- अगला, पिछला, मंझला,
18. स्थ :- कंठस्थ, अधीनस्थ, तटस्थ, कंठस्थ,

(ङ) अपत्य वाचक तद्धित प्रत्यय :- 
1. अ :- राघव, माधव, पांडव, यादव, वासुदेव 
2. अयन :- रामायण, उत्तरायण, पारायण, कौशल्यायन, 
3. इ :- दाशरथि, मारुति, वाल्मीकि, 
4. इनि :- पाणिनि 
5. ई :- कालिंदी, जानकी, वैदर्भी, वैदेही, गांधारी,
6. एय :- कौन्तेय, राधेय, गांगेय, कार्तिकेय, आंजनेय, आतिथेय, मार्कण्डेय, 
7. ज :- अग्रज, अनुज, तोयज, पंकज, आत्मज, पूर्वज, 
8. जा :- अग्रजा, अनुजा, वंशजा, जनकजा, वृषभानुजा, 
9. य :- वात्सल्य, चाणक्य, मौर्य, शांडिल्य, पौलस्त्य, 

(च) ऊनार्थक तद्धित प्रत्यय :- 
1. इका :- पत्रिका, जंत्रिका, तंत्रिका, गुलिका, तूलिका, कलिका,
2. इया :- कुटिया, कुतिया, चुटिया, डिबिया, मुनिया, बिटिया, 
3. ई :- मंडली, टोली, टुकड़ी, पंखुड़ी, आंतड़ी, 
4. उआ/उवा :- बबुआ, ठलुआ, 
5. ओला :- फफोला, बिचौला, मझोला,
6. ड़ा/ड़ी :- पंखुड़ी, दुखड़ा, मुखड़ा, दमड़ी, चमड़ी, चिथड़ा,
7. री :- गठरी, गगरी, छतरी, कोठरी,

(छ) भाव वाचक तद्धित प्रत्यय :- 
1. अ :- गौरव, लाघव, कौशल, सौष्ठव, पौरुष, 
2. अक :- ठंडक, चिकित्सक, आरण्यक, भोजक, विषयक,
3. अत :- रंगत, सांगत, बादशाहत, 
4. आ :- चूरा, छापा, चटाका, धमाका,
5. आई :- चिकनाई, कठिनाई, भलाई, बुराई, पंडिताई, चौड़ाई, लम्बाई,
6. आका :- चटका, धमाका, धड़ाका, 
7. आन :- लम्बान, चौड़ान, नीचान,
8. आपा :- अपनापा, छोटापा, पूजापा, 
9. आयत :- अपणायत, लोकायत, टीकायत, बहुतायत,
10. आस :- उजास, खटास, मिठास,
11. आहट :- चिकनाहट, कड़वाहट, गर्माहट,
12. इकी :- रासायनिकी, व्यावहारिकी, वैकल्पिकी, वार्षिकी, औद्योगिकी, मौखिकी, वार्तिकी, कार्तिकी,
13. इम :- अग्रिम, पश्चिम, आरुणिम, रक्तिम, रूपिम, 
14. इमा :- महिमा, रक्तिमा, मधुरिमा, भंगिमा, पूर्णिमा, लालिमा, नीलिमा, अग्रिमा,
15. ई :- गर्मी, राही, नौकरी, मजदूरी, नमी, 
16. कार :- चीत्कार, दुत्कार, टंकार, धिक्कार, फटकार,
17. त्व :- अपनत्व, निजत्व, घनत्व, सर्वत्व, लघुत्व, गुरुत्व, शिवत्व, रामत्व, पुरुषत्व,
18. ता :- निजता, नीचता, कटुता, मृदुता, चंचलता, पंगुता, निश्चलता, रोचकता, नवीनता, निर्बलता, सुंदरता,
19. तम :- वृहत्तम, लघुतम, गुरुतम, दीर्घतम, निम्नतम, अधिकतम, सर्वोत्तम,
20. तर :- मृदुतर, कटुतर, शीघ्रतर, श्रेष्ठतर, उच्चतर, पटुतर, प्रियतर, गूढतर, उत्तर, 
21. पन :- अपनापन, परायापन, ओछापन, घटियापन, छिछोरापन, लड़कपन, अल्हड़पन, काटूपन,
22. मत्/मान :- शक्तिमत, शक्तिमान, श्रीमत, श्रीमान, बुद्धिमत, बुद्धिमान, 
23. मय :- अन्नमय, जलमय, तेजोमय, 
24. य :- काव्य, गाम्भीर्य, माधुर्य, चातुर्य, नैकट्य, वैशिष्ठ्य, चैत्य, वैधव्य, दौर्बल्य, कौटिल्य, कौमार्य, कार्पण्य,
25. वाद/वादी :- छायावाद, प्रगतिवाद, प्रयोगवाद, आध्यात्मवादी, साम्यवादी, पूँजीवादी, यथार्थवादी, ब्रह्मवादी,
26. वी :- मनस्वी, मायावी, मेधावी, तपस्वी, तेजस्वी, 
27. श :- कर्कश, रोमश, 
28. शाली :- बलशाली, वैभवशाली, शक्तिशाली, भाग्यशाली, प्रभावशाली, प्रतिभाशाली, 

(ज) स्त्री प्रत्यय प्रत्यय :- 
1. आनी :- देवरानी, जितनी, सेठानी, नौकरानी, ठकुरानी, इन्द्राणी, रुद्राणी,
2. आइन :- चौधराइन, ठकुराइन, हलवाइन, पंडिताइन, नाइन,
3. आ :- सुता, प्रिया, छात्रा, अजा, शिष्या, सुशीला, पूर्वजा, 
4. इका :- शिक्षिका, सेविका, उपचारिका, संरक्षिका, लेखिका, गायिका, 
5. इन :- बाघिन, नागिन, धोबिन, पुजारिन, कसाइन, सुनारिन, कुम्हारिन, मालकिन,
6. इनी :- संगिनी, सुहासिनी, हथिनी, कामिनी, हंसिनी, रक्षिणी, भुजंगिनी, 
7. इया :- कुतिया, चिड़िया, चुहिया, बंदरिया, गुड़िया, 
8. एरी :- चचेरी, ममेरी, मौसेरी, फुफेरी, 
9. ओई :- ननदोई, बहनोई,
10. त्री :- नेत्री, अभिनेत्री, कर्त्री, हंत्री, कवयित्री, वक्त्री,
11. नी :- चोरनी, मोरनी, भीलनी, नटनी, भूतनी, प्रेतनी, जादूगरनी, 
12. मती :- श्रीमती, धीमती, बुद्धिमती, शक्तिमती, 
13. वती :- गुणवती, बलवती, वेगवती, भाग्यवती, धनवती, रूपवती, ज्ञानवती,

मेरे प्रिय व अभिन्न मित्र, वरिष्ठ पत्रकार, लब्ध प्रतिष्ठित शिक्षा मनोविज्ञान विशेषज्ञ डॉ. अनिल सिखवाल 'सर" को पत्रिकारिता के क्षेत्र में कोरोना सेवा योद्धा के रूप में 'जन अधिकार सेना' द्वारा सम्मानित किया गया। 
                              आभार व शुभ कामनाएँ


पिछले पोस्ट के लिंक नीचे दिए गए हैं
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समास (अव्ययीभाव समास) https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/samas.html

 तत्पुरुष समास https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/blog-post_22.html

कर्मधारय और द्विगु समास https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/3.html

द्वंद्व समास और बहुव्रीहि समास https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/dvandva-samas.html


प्रत्यय (कृदंत प्रत्यय) https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/pratyay.html

2 comments:

  1. साधुवाद मित्र बन्धु

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  2. सुंदर कार्य, लगे रहिये।

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