नमस्कार मित्रों,
आज मैं हिंदी व्याकरण का एक नया अध्याय 'उपसर्ग' शुरू करने जा रहा हूँ। वैसे बहुत लोगों को ये बहुत आसान लगता है किन्तु व्यावहारिक रूप से देखा जाये तो इसके प्रश्न बहुत बार इतने कठिन हो जाते हैं, कि कई बार तो पढ़ने वाले भी मात खा जाते है, कई बार भिन्न उपसगों में भी समानता का आभास हो जाताहै, जैसे जैसे सम् और सम, अन् और अन/अनु, पर और परा इत्यादि। इनके विकल्पों में से प्रश्नानुसार सही विकल्प खोजना काफी मुश्किलें खड़ी कर देता है। तो आइये शुरू करते हैं आज का टॉपिक - - -
अध्याय 4.
उपसर्ग
जो शब्दांश किसी शब्द से पूर्व जुड़ कर उसके अर्थ को परिवर्तित करते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं।
उपसर्गों को पाँच भागों में वर्गीकृत किया गया है- 1. संस्कृत के उपसर्ग, 2. हिंदी के उपसर्ग 3. उपसर्गवत् अव्यय, 4. उर्दू के उपसर्ग तथा 5. संख्या उपसर्ग।
1. संस्कृत के उपसर्ग
संस्कृत व्याकरण में 22 उपसर्ग बताए गए हैं, इनमें से अपि उपसर्ग को छोड़ कर हिंदी व्याकरण में 21 उपसर्ग स्वीकार किये गए हैं -
1. प्र :- प्रकार, प्रजाति, प्रकोप, प्रभाव, प्रताप, प्रसाद, प्रणति, प्राचार्य, प्राध्यापक, प्रोन्नत, प्रच्छाया, प्रोज्ज्वल
2. परा :- पराकाष्ठा, पराजित, पराभव, पराक्रम, पराभूत,
3. अप :- अपवाह, अपवाद, अपशब्द, अपयश, अपकर्म, अपगति, अपनयन, अपनयन, अपक्रमण, अपेही,
4. सम् :- सम्मान, सम्मुख, सम्मिश्रण, सम्मोहन, समेकित, समोजस्वी, समाचार, सम्मति, समुन्नत।
5. अनु :- अनुचर, अनुगामी, अनुमान, अनुशासन, अनुवाद, अनुसार, अनुनाद, अनुभव, अनुकृति, अनुपूरक
6. अव :- अवहेलना, अवनति, अवधारणा, अवमानना, अवसर, अवरोध, अवक्षरण, अवदान, अवगुण, अवज्ञा
7. निस् :- निस्संतान, निस्संदेह, निश्शुल्क, निश्छल, निष्ठुर, निस्तेज, निस्तारण, निस्सह, निष्पाप, निष्फल
8. निर् :- निरंतर, निरादर, निरिच्छ, निरुत्तर, निर्धन, निर्गुण, निर्देश, निर्निमेष, निर्बल, निर्धारण, निर्मुक्त,
9. दुस् :- दुस्साहस, दुस्सह, दुस्तर, दुष्कर्म, दुष्फल, दुष्प्रचार, दुष्परिणाम, दुष्प्रभाव, दुस्संताप, दुस्तर, दुष्प्राप्य,
10. दुर् :- दुर्गुण, दुर्नीति, दुराशा, दुर्बल, दुर्गति, दुर्दशा, दुर्बुद्धि, ,दुर्जन, दुर्भिक्ष, दुरुत्साह, दुर्भाग्य, दुर्बोध,
11. वि :- विदेश, विमाता, वियुत्पत्ति, व्यय, व्याकरण, व्यूह, विनियोजन, विजय, विपन्न, विधान, विज्ञान,
12. आ :- आदान, आपात, आदर्श, आकंठ, आकंठ, आजानु, आदेश, आवर्तन, आकूल, आबद्ध, आयोजन,
13. नि :- नियोग, निनाद, निवेदन, निगम, निमेष, नियम, निसेव्य, निषाद, निषिद्ध, निषेध, निमेष, निकास,
14. अधि :- अधिनायक, अधिभार, अधिकृत, अध्यादेश, अधिशेष, अध्युक्ति, अधिकारी, अधिगम, अधिक,
15. अपि :- (इसे हिंदी व्याकरण में उपसर्ग नहीं माना गया है।)
16. अति :- अतिक्रमण, अतिभार, अतिशीत, अत्याचार, अत्युक्ति, अत्याशा, अतिशय, अत्युग्र, अतीव,
17. सु :- सुपुत्र, सुकर्म, सुशासन, सुनीति, सुकुमार, सुगम, सुपरिचित, स्वागत, सुयोग्य, सुदेश, सुबोध, सुयश,
18. उत् :- उत्कृष्ट, उत्पन्न, उत्तर, उद्गम, उद्बोधन, उद्योग, उन्नति, उन्मेष, उन्मुख, उल्लास, उल्लेख, उच्छवास
19. अभि :- अभिकरण, अभिसार, अभिनति, अभिज्ञ, अभिशमन, अभ्युदय, अभ्यागत, अभ्युत्थान, अभिनय
20. प्रति :- प्रतिकृति, प्रतिलिपि, प्रतिदान, प्रतिपक्ष, प्रतिदिन, प्रत्येक, प्रत्यर्पण, प्रत्युक्ति, प्रतीक, प्रतीति
21. परि :- परिक्रमा, परिभ्रमण, परिमाण, परिणाम, परिणय, पर्याप्त, पर्यंक, पर्यावरण, परिधान, परिपूर्ण, परीक्षा
22. उप :- उपयोग, उपकरण, उपशमन, उपादान, उपकृत, उपनाम, उपागम, उपनयन, उपमान, उपाध्यक्ष,
2. हिंदी के उपसर्ग
1. अ :- अकूत, अथक, अकथ, अटल, अटूट, अमिट, अमित, अपत, अशेष, अमोल,
2. अन् :- अनंत, अनादर, अनिच्छा, अनीप्सित, अनुचित, अनुर्वर, अनृत, अनेक, अनैच्छिक, अनोजस्वी,
3. अन :- अनदेखा, अनसुना, अनचखा, अनभिज्ञ, अनजान, अनमेल, अनमोल, अनब्याहा,
4. उन/उन् :- उन्नीस, उनतीस, उन्तालीस, उनचास, उनसठ, उनहतर, उनासी, उन्नब्बे,
5. औ :- औघड़, औदान, औनत, औढर, औचक, औसत,
6. क :- कपूत,
7. कु :- कुकर्म, कुकीर्ति, कुयश, कुख्यात, कुयोग, कुजात, कुशासन, कुबुद्धि, कुनीति, कुचेष्टा, कुचक्र,
8. स :- सफल, सकाम, सपूत, सपरिवार, ससम्मान, सतेज, सघोष, सखेद, सदंभ,
9. न :- नपुंसक, नेच्छुक, नोचित, नगण्य,
10. नि :- निकम्मा, निठल्ला, निमुछिया, निधड़क, निडर,
3. उपसर्गवत् अव्यय
1. अंत :- अंतकाल, अन्तसमय, अंततः, अंतवेला
2. अन्तः :- अंतःकरण, अंतःपुर, अंतःपतित, अंतःकृत,
3. अध :- अधमरा, अधकचरा, अधकूटा, अधभरा,
4. अधः :- अधोगामी, अधोमुखी, अधःपतित, अधस्तात, अधस्तल,
5. अलम् :- अलंकार, अलंकृत, अलंकरण,
6. आविस् :- आविष्कार, आविष्कृत,
7. आविर् :- आविर्भाव, आविर्भूत,
8. चिर :- चिरकाल, चिरपरिचित, चिरायु,
9. चिरम् :- चिरन्तर, चिरंतन
10. तत् :- तत्काल, तत्पर, तत्सम, तद्दर्शन, तद्बंधन, तद्वचन, तन्मय, तन्नीति, तल्लीन, तच्चरण, तच्छल
11. तिरो :- तिरोहित, तिरोगामी, तिरोभूत
12. तिरस् :- तिरस्कार, तिरस्कृत, तिरस्करण,
13. नाना :- नानाविध, नानाभांति,
14. पर :- परहित, परप्रेम, परजाया, परोपकार, पराधीन, पराश्रित, परालम्बी,
15. पुरा :- पुरातत्त्व, पुरापाषाण, पुरावशेष, पुरातन,
16. पुरो :- पुरोहित, पुरोगामी, पुरोवाक्,
17. परम :- परमवंदनीय, परमादरणीय, परमपूज्य, परमात्मा, परमेश्वर, परमोजस्वी
18. परिस् :- परिष्कार, परिष्कृत, परिष्करण,
19. पुनः/पुनर्/पुनस् :- पुनःपुनः, पुनःपूरित, पुनःप्राप्ति, पुनर्जन्म, पुनर्विवाह, पुनर्मिलन, पुनश्चरण, पुनश्चर्चा,
20. परिस् :- परिष्कार, परिष्कृति, परिष्कार्य,
21. पुरस् :- पुरस्कार, पुरस्कृत,
22. पूर्व :- पूर्वजन्म, पूर्वज, पूर्वकथित,
23. प्राक् :- प्राक्कथन, प्राक्चरण, प्राक्पतित, प्राग्वारदान, प्राग्वेत्ता,
24. प्रादुर् :- प्रादुर्भाव, प्रादुर्भूत,
25. बहिस् :- बहिष्कार, बहिश्चरण, बहिष्कृत, बहिश्शोधन,
26. बहिर् :- बहिर्जगति, बहिर्गमन, बहिर्भ्रमण, बहिर्भाग, बहिरंग,
27. बहिस् :- बहिष्कार, बहिष्कृत, बहिष्करण,
28. बहु :- बहुगुण, बहुवचन, बहुभाषा, बहुदान, बहुमत, बहुरूप,
29. बिन :- बिनबोले, बिनसुने, बिनकहे, बिनजाने, बिनचाहा,
30. महा :- महादेव, महावीर, महाकाय, महावत, महादान, महकार, महेच्छा, महेश्वर, माहोर्जा, महोष्मा,
31. यथा :- यथाशक्ति, यथासामर्थ्य, यथायोग्य, यथाबुद्धि, यथाज्ञा, यथोचित,
32. यावत् :- यावतसमय, यावज्जीवन, यावद्धर्म, यावल्लाभ,
33. लघु :- लघुजीवन, लघुशंका, लघुरूप,
34. वृहत् :- वृहत्तर, वृहज्जीवन, वृहज्जगति, वृहन्नला, बृहन्मना,
35. सम :- समरूप, समतल, समलम्ब, समजात, समकक्ष,
36. स्व :- स्वकर्म, स्वरूप, स्वाधीन, स्वरस,
37. स्वयं :- स्वयंपाकी, स्वयंभोगी, स्वयंसेवक, स्वयंवर,
38. सत् :- सत्कर्म, सत्परिणाम, सत्पथ, सत्कार, सद्गति, सद्भाव, सद्योग, सद्विचार, सदाचार, सदिच्छा, सदुपयोग,
39. सह :- सहयोग, सहयात्री, सहगामिनी, सहधर्मिणी, सहोदर,
4. उर्दू के उपसर्ग
1. अल :- अलमस्त, अलग़रज़, अलबेला, अलहदा,
2. कम :- कमसिन, कमज़ोर, कमअक्ल,
3. ख़ुश :- खुशनुमा, खुशहाल, खुशकिस्मत, खुशबू, खुशगवार,
4. गैर :- गैरहाज़िर, गैरजवाबी, गैरवाजिब, गैरजमानती,
5. दर :- दरकिनार, दरअसल, दरमियान,
6. ना :- नापाक, नापसंद, नाराज, नाफरमान, नाकाफी,
7. बर :- बरबस, बर्बाद, बरखुरदार, बरहाल, बर्दास्त,
8. बे :- बेहद, बेहया, बेदर्द, बेबाक, बेहिसाब, बेउम्मीद,
9. बद :- बदनसीब, बदगुमान, बदहवास, बदबू,
10. हर :- हरहाल, हरपल, हरदिन, हरहाल,
11. ब :- बशर्ते, बदौलत, बकौल,
12. हम :- हमशक्ल, हमनवा, हमदम, हमदर्द, हमसाया, हमसफर,
13. ला :- लापता, लापरवाह, लानत, लावारिस, लाचार,
14. सर :- सरफ़रोश, सरगोशी, सरताज, सरहद, सरपरस्त,
15. ऐन :- ऐनवक्त, ऐनइनायत, ऐनमौका
16. बिला :- बिलापता, बिलहिसाब, बिलावजह,
17. बा :- बाकायदा, बामुलाहजा, बाअदब, बाख़बर,
18. फी :- फिआदमी, फीरोज,
19. ख़ुद :- खुद्दार, खुदकिस्मत, खुदगर्ज,
20. खूब :- खूबसूरत,
5. संख्या उपसर्ग
1. इक :- इकहरा, इकतरफा, इकतारा,
2. एक :- एकवचन, एकतरफ, एकबार,
3. द्वि :- द्विरद, द्विवचन, द्विवेदी, द्विप्रहर, द्विज,
4. दु :- दुपहिया, दुमुखी, दुपहर, दुशाला,
5. दो :- दोपहर, दोहड़, दोराहा,
6. ति :- तिपहिया, तिरंगा, तिकोना, तिराहा,
7. त्रि :- त्रिरत्न, त्रिकोण, त्रिनेत्र, त्रिदेव, त्रिकाल, त्रिमुखी,
8. चौ :- चौबारा, चौमुखा, चौपहिया, चौतरफा, चौहद्दा, चौगुना,
9. चतुस् :- चतुष्कोण, चतुश्चरण, चतुष्षष्ठी, चतुश्चरण,
10. चतुर् :- चतुर्भुज, चतुर्गुण, चतुर्युग, चतुर्मुखी, चतुरानन, चतुर्भाग,
11. पञ्च :- पंचमुखी, पंचपात्र, पंचरत्न, पंचतंत्र, पंजाब, पंचवटी
12. पच :- पचरंगा,
13. छ :- छमासा,
14. षट् :- षट्पद, षट्कोण, षड्यन्त्र, षाड्राग, षडानन, षण्मुख,
15. सप्त :- सप्तपदी, सप्तसिंधु, सप्तसागर, सप्तार्णव, सप्ताह, सप्तांग, सप्तवर्ण,
16. सत :- सतरंग, सतमासा,
17. अष्ट :- अष्टगंध, अष्टभुजी, अष्टचक्र, अष्टधातु, अष्टांग,
18. अठ :- अठमासा, अठन्नी,
19. नव :- नवरत्न, नवरंग, नवनिधि, नवरात्र, नवाह्न, नवनिधि,
20. दश :- दशानन, दशकंधर, दशाब्दी, दशक,
21. शत् :- शताब्दी, शतक, शतायु,
22. सहस्त्र :- सहस्त्राब्दी, सहस्त्राक्ष, सहस्त्रबाहु,
साथियों, आज इस एक ही पोस्ट में उपसर्ग संबंधी सभी आवश्यक तथ्य समावेशित कर लिए गए हैं, जो पूर्णतः परीक्षोपयोगी है। आप इसे पढ़ें और लाभ उठाएँ। किसी प्रकार की अध्याय या विषय से जुड़ी कठिनाई हेतु कमेंट अवश्य करें। अगले पोस्ट में 'प्रत्यय' के बारे में चर्चा करेंगे। आगामी पोस्ट की सर्वप्रथम जानकती प्राप्त करने के लिए blog को Follow अवश्य करें।
आपके बीच बिताये कुछ पल की यादें- - -
पिछले पोस्ट के लिंक नीचे दिए गए हैं
हिंदी भाषा की संवैधानिक स्थिति का लिंक https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/blog-post_18.html
पिछले पोस्ट के लिंक नीचे दिए गए हैं
हिंदी भाषा की संवैधानिक स्थिति का लिंक https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/blog-post_18.html
संधि (स्वर संधि) https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/google-blog.html
समास (अव्ययीभाव समास) https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/samas.html
कर्मधारय और द्विगु समास https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/3.html
द्वंद्व समास और बहुव्रीहि समास https://deepaksikhwal.blogspot.com/2020/05/dvandva-samas.html
No comments:
Post a Comment